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Buddha Purnima 2024 | बुद्ध पूर्णिमा 2024 मैं कब हैं | जानें बुद्ध पूर्णिमा तिथि व बौद्ध धर्म का मूल मंत्र

Table of index

  • बुद्ध पूर्णिमा क्या है
  • बुद्ध पूर्णिमा 2024 मैं कब है
  • बुद्ध पूर्णिमा का महत्व
  • बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है
  • बुद्ध पूर्णिमा के दिन क्या दान करना चाहिए
  • भगवान बुद्ध किसकी पूजा करते थे?
  • बुद्ध पूर्णिमा के दिन दान करने से किस फल की प्राप्ति होती है
  • बौद्ध धर्म के देवी देवता कौन है?
  • बौद्ध धर्म का मूल मंत्र क्या है?
  • बुद्ध पूर्णिमा पूजा विधि

बुद्ध पूर्णिमा क्या है | what is buddha purnima

हिंदू पंचांग के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख त्यौहार है यह पर्व वैशाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है यह पर्व भगवान बुद्ध को समर्पित है और ऐसा भी कहा जाता है कि महात्मा बुद्ध श्री हरि विष्णु का नया अवतार हैबौद्ध धर्म के लोग इस दिन सुबह-सुबह स्नान करके नदियांपवित्र गंगा स्थान पर स्नान करके दान पुण्य करते हैं ऐसा माना जाता है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन किया गया दान बहुत लाभकारी होता है

बुद्ध पूर्णिमा 2024 कब है | Buddha Purnima 2024 Date And Time

Date | तारीख 23 May, 2024
Day | दिन Tuesday | मंगलवार
बुद्ध पूर्णिमा जयंती 2024 2586 वी जयन्ती

बुद्ध पूर्णिमा का महत्व | Importance of Buddha Purnima

आज हम जानेंगे बुद्ध पूर्णिमा का महत्व ऐसा माना जाता है कि बुद्ध पूर्णिमा का महत्व हिंदुओं और बौद्ध धर्म दोनों के लिए ही खास माना जाता है वैशाख माह में पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था इस दिन को गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में ही मनाया जाता है और ऐसा भी माना जाता है कि इसी दिन उनका ज्ञान की प्राप्ति हुई थी अनुसार सारनाथ में पहला उपदेश दिया था इसके बाद ही बौद्ध धर्म की शुरुआत हुई बुद्ध पूर्णिमा का खास महत्व यह भी है कि इस दिन दुनिया भर के हिंदू बौद्ध भगवान बुद्ध के पवित्र तीर्थ स्थलों पर जाकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का बहुत महत्व होता है

बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है | Why is Buddha Purnima celebrated?

बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था और उसी दिन उनको ज्ञान की भी प्राप्ति हुई थी और इसी दिन उनका निर्माण भी हुआ था महात्मा गौतम बुद्ध के जन्म के उपलक्ष में ही बुद्धि पूर्णिमा मनाई जाती है बुद्ध पूर्णिमा पर हर साल मुख्यतःभू दिव्या सारनाथ में मनाई जाती है इसके साथ ही भारत के कई अन्य क्षेत्रों में जैसे सिक्किम लद्दाख अरुणाचल प्रदेश उत्तर बंगाल और दार्जिलिंग मैं भी मनाई जाती है इसे एक त्यौहार की तरह मनाया जाता है हर साल की तरह इस साल भी वैशाख महीने की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है

बुद्ध पूर्णिमा के दिन क्या दान करना चाहिए | What should be donated on the day of Buddha Purnima?

बुद्ध पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले दान के बारे में आज हम बात करेंगे इस दिन हमें क्या दान करना चाहिए

  • मान्यता के अनुसार इस दिन तिल और चीनी का दान हमें करना चाहिए
  • इस दिन पिंजरे में बंद पंछियों का दान करना चाहिए
  • इस दिन जरूरतमंदों को उनकी जरूरत के अनुसार दान करना चाहिए
  • इस दिन जल से भरा हुआ कलशपकवान मिष्ठान आज के दिन दान करने चाहिए
  • इसके अलावा इस दिन जरूरत मंदों को जूते चावल दान करने चाहिए
  • इस दिन प्याऊ लगवा कर जल का दान करना चाहिए
  • इस दिन अन्य वस्तु का भी दान करना चाहिए

भगवान बुद्ध किसकी पूजा करते थे | Who did Lord Buddha worship?

आज हम जानेंगे कि भगवान बुद्ध किस भगवान की पूजा करते थे किस धर्म को मानते थे जैसा हम सभी जानते हैं कि गौतम बुद्ध को बौद्ध धर्म का संस्थापक माना जाता है उन्होंने ही बौद्ध धर्म की स्थापना की थी वैसे तो भगवान बुद्ध हिंदू धर्म से ही ताल्लुक रखते थे किंतु हिंदू सनातन धर्म के अनुसार बुद्ध नियम उन्हें पसंद नहीं आते थे उन्होंने इस धर्म का त्याग कर दिया और वह किसी भी भगवान की पूजा नहीं करते थे वह विश्वजना नामक ध्यान करते थे जिसका मतलब होता है देखकर वापस लौटना अर्थात शरीर की शुद्धि व पवित्रता के लिए ध्यान करते थे ऐसा माना जाता है कि उन्होंने इस ज्ञान के बारे मैं सबको में बताया था

बुद्ध पूर्णिमा के दिन दान करने से किस फल की प्राप्ति होती है | What is the result of donating on the day of Buddha Purnima?

  • ऐसा माना जाता है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन दान करने से हमें गोदान के समान फल की प्राप्ति होती है जिस प्रकार गाय के दान करने से हमें जो फल प्राप्त होता है और धर्मराज प्रसन्न होते हैं उसी प्रकार बुद्ध पूर्णिमा के दिन किया गया दान हमें गोदान के बराबर के फल की प्राप्ति होती है इस दिन किए गए दान से मनुष्य अकाल मृत्यु के डर से बच जाता है इस दिन किए गए दान से सभी पापों से मुक्ति मिलती है
  • बौद्ध धर्म के देवी देवता कौन है | Who are the gods and goddesses of Buddhism?

  • बौद्ध धर्म में भगवान बुद्ध के अलावा तीन मुख्य देवताओं की आराधना की जाती है कुछ बौद्ध संप्रदायों शाखों में विभिन्न देवताओं की पूजा की जाती हैयह देवता मुख्य रूप से काल्पनिक और प्रति आत्मक होते हैं और धर्म के विभिन्न पहलुओं प्रतिष्ठित करने के लिए उन्हें पूजने का प्रावधान है इनमें सबसे पहले
  • (1) अवलोकी तेजस्व स्वरयह बौद्ध धर्म की महत्वपूर्ण देवी है जिन्हें करुणा के देवों के रूप में जाना जाता है

    (2) मंजू श्री इनकी बौद्ध धर्म में महंत के रूप में मान्यता है यह ज्ञान के देवता के रूप में जाने जाते हैंऔर बुद्ध ज्ञान के रूप में उनकी मान्यता है

    (3) वजर्पणी को भी बौद्ध बुद्धिस्ट के रूप में मान्यता प्राप्त है यह शक्ति और सहन की प्रतीक है और धार्मिक रक्षा के लिए ज्ञान जानी जाती हैं

    बौद्ध धर्म के पांच नियम क्या है | What are the five rules of Buddhism?

    बौद्ध धर्म के पांच नियम इस प्रकार हैं इसको पंचशील बौद्ध धर्म की मूल आचार संहिता है जिसको बौद्ध उपासक एवं उपासकों के लिए पालन करना आवश्यक माना जाता है

    (1) हिंसा न करना

    (2) चोरी ना करना

    (3) व्यभिचार न करना

    (4) झूठ ना बोलना

    (5) नशा न करना

    बौद्ध धर्म का मूल मंत्र क्या है | What is the basic mantra of Buddhism?

    बुद्धम शरणम गच्छामियह बौद्ध धर्म का मूल मंत्र है इसकी दो और पंक्तियां हैं संघा शरणम गच्छामि और धम्मा शरणम गच्छामि बौद्ध धर्म की मूल भावना को बताने वाले यह तीन शब्द गौतम बुद्ध की शरण में जाने का अर्थ रखते हैं बुद्ध भगवान को जानने के लिए उनकी शिक्षाओं की शरण लेना जरूरी है पर इस ब्रह्म वाक्य के अर्थ केवल शब्दों तक सीमित नहीं है गौतम बुद्ध के बुद्धत्व की कथा को जिन किताबों में लिखा गया है वह संकलन त्रिप्पुरम कहा जाता है यह पाली भाषा में त्रिपिटक कहलाता है यह वह पुस्तक है जहां से बुद्ध के जीवन में बुद्धत्व घटित होने के बाद भी हर बात लिखी गई है

    बुद्ध पूर्णिमा पूजा विधि | Buddha Purnima Puja Method

    वैशाख माह की पूर्णिमा को भगवान बुद्ध की जयंती मनाई जाती है इसलिए इस पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहते हैं इस बुद्ध पूर्णिमा की पूजा विधि इस प्रकार है

    (1) इस दिन पवित्र नदी में स्नान करें या जल में गंगाजल मिलकर नहाए

    (2) सूर्य को अरग दें

    (3) पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं

    (4) भगवान विष्णु की पूजा करें

    (5) चंद्र देव की भी रात में पूजा करें और इस दिन दान अवश्यदें क्योंकि बुद्ध पूर्णिमा के दिन किया गया दान कई गुना ज्यादा फल देता है और जीवन में आ रही बढ़ाएं दूर होती हैं खुशियां सफलता की दस्तक देती हैं